Operation Sindoor Shaurya Yatra: छतरपुर दिल्ली, 31-05-2025 देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत वातावरण में आज दक्षिण दिल्ली से “ऑपरेशन सिंदूर शौर्य अभिनंदन यात्रा” का शुभारंभ किया गया। यह विशेष पहल भारतीय सेना के वीर जवानों को सम्मान देने के उद्देश्य से की गई है, जिन्होंने हाल ही में पहलगाम घटना में अदम्य साहस का परिचय दिया।
इस यात्रा का आयोजन समाज के सभी वर्ग द्वारा किया गया, जिसमें शहीदों के परिजनों, पूर्व सैनिकों, समाजसेवियों, युवाओं, सभी वर्गों की माता- बहनें और सभी वर्गों के नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यात्रा की शुरुआत छतरपुर दिल्ली मेट्रो से की गई, जहां श्रद्धांजलि, देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति और वीर सैनिकों और वीरांगनाये की वीरगाथाओं का वाचन किया गया।
कुल संख्या 1625 रही 3:30 किलोमीटर की पदयात्रा रहे पूर्व सैनिकों का स्वागत भी किया गया पूरे रास्ते साथ चले
मोनिका अरोड़ा सुप्रीम कोर्ट से एडवोकेट उनके सानिध्य उद्बोधन सभी को प्राप्त हुआ मंच संचालन डॉ. सुनीता दहिया जी, सुनीता शुक्ला जी, ओम प्रकाश भाईसाहब जी, संजय भाईसाहब जी सभी ने किया
आदरणीय अधिवक्ता श्रीमती मोनिका अरोड़ा जी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा:
“ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की ताकत का अद्भुत प्रदर्शन किया। यह आतंकवादियों के अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक का एक उदाहरण था। इसने दिखा दिया कि भारत अब किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटेगा। अखाड़ों में महिलाओं ने भी दुश्मन के खिलाफ जांबाज़ी से लड़ाई लड़ी।हमारे अपने बनाए मिसाइल सिस्टम, जैसे ‘आकाश’, ने दुश्मन के हमलों को रोका।
साइबर युद्ध और सूचना तंत्र में भी भारत ने अपनी श्रेष्ठता दिखाई। हमारी सेना ने दुश्मन के गढ़ पर सीधा गोला-बारूद दागा।
हमारा समाज केवल मोक्ष की बात नहीं करे, बल्कि भारत की रक्षा के लिए भी एकजुट रहे।
हमें महिलाओं की अस्मिता और धर्म की रक्षा करनी है – यह तिरंगा, यह राष्ट्र हमारा गौरव है।”
“हमारे जवान हर परिस्थिति में देश की सुरक्षा में डटे रहते हैं। पहलगाम की घटना हमें उनके बलिदान की याद दिलाती है। यह यात्रा केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाने का माध्यम है कि सच्चा नायक कौन होता है।”
“सिंदूर” इस यात्रा के शीर्षक में उन महिलाओं का प्रतीक है, जिन्होंने अपने जीवनसाथी, भाई या बेटे को देश के नाम पर खो दिया, और “शौर्य” दर्शाता है वह अद्भुत साहस, जो भारत की सेनाओं की पहचान है।
यात्रा के दौरान दक्षिण दिल्ली के विभिन्न मोहल्लों, पार्कों और सार्वजनिक स्थलों पर रुककर श्रद्धांजलि समारोह, चित्र प्रदर्शनी, युवाओं से संवाद, और सैनिकों की कहानियाँ साझा की जाएँगी। स्थानीय कलाकारों द्वारा देशभक्ति गीत और नाटक प्रस्तुत किए ।
इस यात्रा का उद्देश्य केवल स्मरण नहीं, बल्कि जनजागरूकता और देशभक्ति का प्रसार भी है। आयोजकों ने नागरिकों से अपील की कि वे पत्रों, संदेशों और वीडियो के माध्यम से अपने समर्थन और भावनाएँ व्यक्त करें, जिन्हें बाद में शहीद परिवारों तक पहुँचाया जाएगा।