पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की साख पर एक बार फिर गहरे सवाल उठ खड़े हुए हैं। देश के महालेखाकार द्वारा कराए गए ताज़ा ऑडिट में बोर्ड के अंदर गहराई से फैले भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में सामने आया है कि PCB के मौजूदा अध्यक्ष मोहसिन नकवी के कार्यकाल में करोड़ों रुपये की अनियमितताएं की गईं—चाहे बात हो नियुक्तियों की, ठेकों की, खाने-पीने के खर्च की या फिर अरबों रुपये के मीडिया राइट्स सौंपने की।
Mohsin Naqvi के इस्तीफे की मांग तेज
मोहसिन नकवी, जो पाकिस्तान सरकार में आंतरिक और नारकोटिक्स नियंत्रण मंत्री भी हैं, पर अब विपक्षी दलों और क्रिकेट से जुड़े दिग्गजों ने सीधा निशाना साधा है। उनकी फरवरी 2024 से PCB अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति हुई थी, और अब उनके इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही है।
भ्रष्टाचार की परतें: ऑडिट में क्या-क्या निकला?
1. अवैध नियुक्तियां और गैर-कानूनी भुगतान
- कराची में हाई परफॉर्मेंस सेंटर पर अंडर-16 कोचों की अवैध भर्ती, जिस पर 54 लाख रुपए का खर्च।
- मैच अधिकारियों को निर्धारित दर से ज़्यादा, 38 लाख रुपए का अतिरिक्त भुगतान।
- मीडिया डायरेक्टर की नियुक्ति में महज एक दिन में सारी प्रक्रिया निपटा दी गई—2 अक्टूबर 2023 को विज्ञापन से लेकर कार्यभार ग्रहण तक।
2. ठेके मनमर्जी से, नियमों की धज्जियां
- टिकट वितरण और अन्य कार्यों के लिए ठेके बिना टेंडर के दिए गए।
- नियमों को ताक पर रखकर अपनी पसंद की कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया।
3. खर्चों में बर्बादी की इन्तेहा
बुलेटप्रूफ गाड़ियों के डीज़ल पर ₹1.98 करोड़ खर्च!
मिनी बस (कोस्टर) किराए पर ₹2.25 करोड़ खर्च!
सिर्फ खाने-पीने पर ₹6.33 करोड़ खर्च, वो भी सिर्फ सुरक्षाकर्मियों के लिए।
मैच फीस के नाम पर ₹38 लाख का अतिरिक्त खर्च।
4. मीडिया राइट्स में सबसे बड़ा घोटाला
अंतरराष्ट्रीय ब्रॉडकास्टिंग राइट्स बिना किसी टेंडर के बांटे गए, जिनकी कीमत थी 851 करोड़ रुपए!
कम रेट पर चहेती कंपनियों को मीडिया अधिकार दिए गए, जिससे PCB को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
5. स्पॉन्सरशिप फंड की रिकवरी नहीं
ऑडिट में बताया गया कि कुल 5.3 अरब रुपए के स्पॉन्सरशिप फंड अब तक रिकवर नहीं किए गए।
लगातार बदलते चेयरमैन: क्या यही वजह है गड़बड़ियों की?
पिछले 3 सालों में PCB में चेयरमैन की कुर्सी ने तीन बार चेहरा बदला:
नजम सेठी: दिसंबर 2022 – जून 2023
जका अशरफ: जून 2023 – जनवरी 2024
मोहसिन नकवी: फरवरी 2024 से अब तक
लगातार बदलते नेतृत्व और पारदर्शिता की कमी ने PCB को बर्बादी के कगार पर ला दिया है।
क्रिकेट में नहीं, भ्रष्टाचार में नंबर वन बनता PCB?
ऑडिट रिपोर्ट के इस खुलासे ने पाकिस्तान क्रिकेट की बुनियाद को झकझोर कर रख दिया है। एक ऐसे समय में जब टीम की प्रदर्शन पहले ही आलोचना झेल रहा है, प्रशासनिक घोटाले ने स्थिति को और भी बदतर बना दिया है। अब देखना है कि क्या प्रधानमंत्री और संसद इस मामले में कोई सख्त कदम उठाते हैं या फिर यह मामला भी “बल्ला घुमा के” दबा दिया जाएगा।