PM Kisan 20th installment Date: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6000 की मदद दी जाती है, जो तीन किस्तों में सीधे उनके बैंक अकाउंट में जाती है. छह हजार रुपए की यह रकम किसानों के खाते में हर 4 महीने में ₹2000 की रकम के रूप में आती है. फरवरी 2025 में 19वीं किस्त आ चुकी है और अब 20वीं किस्त जून के आखिरी हफ्ते में आने की उम्मीद जताई गई थी. लेकिन बहुत सारे किसान ऐसे भी हैं, जिनके खाते में किस्त नहीं आती. जबकि वह योजना के लिए पूरी तरह से योग्य होते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण होता है आधार या बैंक अकाउंट की जानकारी में गड़बड़ी का होना. अगर आपने रजिस्ट्रेशन के समय गलत अकाउंट नंबर या आधार नंबर भर दिया है या फिर आपके बैंक अकाउंट से आधार लिंक नहीं है तो पैसा अटक सकता है. इसके अलावा ईकेवाईसी भी अब जरूरी कर दी गई है.
ऐसे करवाएं ईकेवाईसी
सरकार ने साफ कहा है कि जब तक आपकी ईकेवाईसी पूरी नहीं होगी तब तक कोई भी किस्त नहीं भेजी जाएगी. ईकेवाईसी दो तरीकों से कर सकते हैं. पहला तरीका है ऑनलाइन ओटीपी के जरिए, जिसमें आप पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर आधार नंबर डालें. कैप्चा भरें और मोबाइल ओटीपी से सबमिट कर दें. दूसरा तरीका है बायोमेट्रिक, जिसमें आप नजदीकी सीएससी सेंटर पर जाकर फिंगरप्रिंट से ईकेवाईसी करवा सकते हैं. अगर यह सब सही है और फिर भी पैसा नहीं आया तो जरूरी है कि आप अपनी जमीन के रिकॉर्ड भी चेक करें. क्योंकि कई बार नाम की स्पेलिंग या डिटेल्स जमीन रिकॉर्ड और बैंक रिकॉर्ड में मेल नहीं खाती, जिससे ट्रांजैक्शन फेल हो जाती है. इसके लिए आपको अपने तहसील ऑफिस या कृषि विभाग से संपर्क करना पड़ेगा. साथ ही यह भी देख लें कि आपका नाम पीएम किसान योजना की लाभार्थी सूची यानी बेनिफिशरीलिस्ट में अभी भी है या नहीं.
बेनिफिशरी स्टेटस ऐसे करें चेक
आप वेबसाइट पर जाकर बेनिफिशरी स्टेटस चेक कर सकते हैं. अब सिर्फ योजना में रजिस्टर्ड होना काफी नहीं है. कई राज्यों ने अब फार्मर रजिस्ट्री भी जरूरी कर दी है. इसके लिए आप सीएससी सेंटर जा सकते हैं या अपने राज्य के पोर्टल पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं. इसके अलावा बैंक डिटेल्स भी एक बार जरूर चेक करें. क्योंकि आईएफएससी कोड गलत होना खाता बंद होना या आधार लिंक ना होना जैसी वजहों से भी पैसा खाते में नहीं पहुंचता. अगर यह सब कुछ करने के बाद भी किस्त नहीं आई है तो घबराने की जरूरत नहीं है. आप पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके शिकायत कर सकते हैं या फिर ईमेल से भी शिकायत भेज सकते हैं.