नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बड़ा हलचल देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मैराथन मुलाकात की। इन बैठकों को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी से एक घंटे लंबी मीटिंग
सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच ये मुलाकात करीब एक घंटे चली। इस दौरान बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को उत्तर प्रदेश में चल रहे विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। बैठक सौहार्द्रपूर्ण माहौल में हुई और प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए।
बैठक के बाद योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा आज नई दिल्ली में मुझे दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का सौभाग्य मिला और उनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। प्रधानमंत्री जी ने जो समय दिया, उसके लिए मैं उनका दिल से धन्यवाद करता हूं।
अमित शाह और जेपी नड्डा से भी की मुलाकात
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद योगी आदित्यनाथ सीधे भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के आवास पहुंचे। यहां भी लगभग आधे घंटे तक बातचीत चली। इन मुलाकातों की तस्वीरें भी सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर साझा कीं और दोनों नेताओं का धन्यवाद किया।
यूपी बीजेपी में बदलाव की अटकलें तेज
दिल्ली में हुई इन मुलाकातों के पीछे कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। यूपी में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले बीजेपी संगठन में बदलाव की चर्चा जोरों पर है। प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भी लंबे समय से निर्णय लंबित है। वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश से अपेक्षित सीटें न मिलने के बाद पार्टी संगठन और मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावना जताई जा रही है।
वाराणसी दौरे में योगी ने दिए थे सख्त निर्देश
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे। वहां उन्होंने विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी परियोजनाएं तय समय में पूरी की जाएं और स्वच्छता को प्राथमिकता दी जाए। सीएम योगी ने कहा कि उनका लक्ष्य वाराणसी को देश के शीर्ष 5 सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल करना है। इसके लिए नगर निगम को नियमित अभियान चलाने और नए भवन निर्माण नियमों को लेकर जनजागरूकता फैलाने के निर्देश दिए गए।
अब आगे क्या?
दिल्ली में हुई इन मुलाकातों ने यह संकेत दिया है कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में जल्द ही संगठनात्मक बदलाव करने की तैयारी में है। योगी आदित्यनाथ, अमित शाह और पीएम मोदी की इस संयुक्त रणनीति बैठक को यूपी की आगामी राजनीतिक दिशा तय करने वाला माना जा रहा है।