चंडीगढ़, 16 अक्टूबर 2025: पंजाब आज देश और दुनिया के निवेशकों के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता और प्रगतिशील नीतियों के कारण राज्य अब औद्योगिक विकास का नया केंद्र बन चुका है। हाल ही में बेंगलुरु में मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध उद्योगपतियों से मुलाकात की और उन्हें पंजाब में निवेश के लिए आमंत्रित किया। यह बैठक न केवल पंजाब के प्रति बढ़ते विश्वास का प्रतीक है, बल्कि इस बात का भी प्रमाण है कि राज्य अब निवेश के लिहाज से भारत का सबसे भरोसेमंद गंतव्य बन गया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में निवेश करना अब केवल लाभ का सौदा नहीं बल्कि एक दीर्घकालिक साझेदारी का अवसर है। उन्होंने उद्योगपतियों के सामने राज्य की निवेश-पक्षी नीतियों, निर्बाध बिजली आपूर्ति और सरकार के पूर्ण सहयोग का उल्लेख करते हुए कहा कि पंजाब निवेशकों को सुरक्षा, स्थिरता और सफलता की गारंटी देता है। आज पंजाब में शांति, भाईचारा और सद्भावना का वातावरण है, जो हर निवेशक के लिए आदर्श स्थिति प्रदान करता है।
पंजाब सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में “Ease of Doing Business” को साकार रूप देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उद्योगों के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है, अनुमति प्रणाली को तेज किया गया है और तकनीक आधारित पारदर्शी शासन को लागू किया गया है। परिणामस्वरूप, देश-विदेश की 123 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों ने अब तक पंजाब में ₹1.23 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिए हैं। यह उपलब्धि किसी भी राज्य के लिए गर्व की बात है और यह पंजाब की सशक्त अर्थव्यवस्था का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब में उपलब्ध कुशल मानव संसाधन, विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन उद्योगों के लिए अमूल्य अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की युवा शक्ति, आधुनिक सोच और नवाचार की भावना पंजाब को देश का सबसे गतिशील औद्योगिक हब बना रही है। चाहे वह टेक्सटाइल हो, ऑटोमोबाइल, फूड प्रोसेसिंग या आईटी — हर क्षेत्र में पंजाब अब अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उद्योगपतियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि मार्च 2026 में मोहाली में आयोजित होने जा रहे “प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन” में वे अवश्य भाग लें। यह सम्मेलन निवेशकों, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं को एक मंच पर लाएगा ताकि पंजाब के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने विश्वास जताया कि पंजाब आने वाले समय में भारत के औद्योगिक मानचित्र पर सबसे अग्रणी राज्य के रूप में उभरेगा।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार उद्योगों के सुझावों और नवाचारों को महत्व देती है। सरकार न केवल निवेश को प्रोत्साहन देती है, बल्कि निवेशकों के साथ साझेदारी को भी उतनी ही गंभीरता से निभाती है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हम चाहते हैं कि निवेशक पंजाब को केवल व्यवसाय की भूमि नहीं, बल्कि विश्वास और विकास की भूमि के रूप में देखें।”
बीते तीन वर्षों में पंजाब ने औद्योगिक जगत में जो प्रगति की है, वह अद्भुत है। राज्य अब फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, ऑटो कंपोनेंट्स, साइकिल निर्माण, टूरिज्म और आईटी जैसे क्षेत्रों में अग्रणी बन चुका है। इस विकास ने न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को गति दी है, बल्कि युवाओं के लिए लाखों रोजगार अवसर भी पैदा किए हैं। 1.23 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों से अनुमानित 4.7 लाख नई नौकरियों का सृजन होने की संभावना है — यह ‘रोज़गारयुक्त पंजाब’ के मुख्यमंत्री मान के विज़न को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब तेजी से “निवेश, नवाचार और विकास” की त्रिवेणी पर आगे बढ़ रहा है। यह राज्य अब केवल खेती और हरियाली के लिए ही नहीं, बल्कि औद्योगिक उत्कृष्टता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी जाना जाएगा। सरकार के निरंतर प्रयासों से पंजाब का औद्योगिक परिदृश्य बदल रहा है, और आने वाले वर्षों में यह पूरे भारत के लिए विकास का मॉडल बनेगा।