Shaurya Abhinandan Yatra: भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिन्दूर द्वारा पहलगाम आतंकवादी घटना के लिए उत्तरदायी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों एवं उनको पालनेवाली पाकिस्तान सेना मुंहतोड़ जवाब दिया। ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान हमारे वीर सैनिकों द्वारा दिखाए गए शौर्य एवं वीरता को सम्मानित करने एवं सेना का उत्साह वर्धन करने के लिए समाज की सज्जन एवं मातृ शक्ति द्वारा रविवार 1 जून को ऑपरेशन सिंदूर शौर्य अभिनंदन यात्रा का आयोजन किया गया। इसमें ब्रह्म कुमारी, आर्य समाज इत्यादि संगठनों की भी सहभागिता रही।
रिठाला मेट्रो स्टेशन से मधुवन चौक तक आयोजित इस यात्रा में हजारों की संख्या में समाज की सज्जन एवं मातृ ने भाग लिया।
कर्मयोगी संस्था की संस्थापिका तथा दिल्ली यूनिवर्सिटी के दौलतराम कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ कल्पना आर्या ने कहा कि भारतीय संस्कृति की आत्मा में नारी का सम्मान है। रामायण, महाभारत जैसे ऐतिहासिक युद्ध नारी सम्मान में हुए। उन्होंने कहा कि अनेक वर्षों बाद आज भारत पुनः अपने प्राचीन गौरव को प्राप्त करने की ओर बढ़ रहा है।
यात्रा को संबोधित करते हुए आध्यात्मिक एवं सनातन धर्म प्रचारक साध्वी समाहिता दीदी ने कहा कि हर कदम पर त्याग लिखा है, हर सांस में बलिदान, धरती माँ की गोद सँवारे, ये हैं भारत की शान। चलो चलें उस राह पर, जो सत्य का दीप जलाए, शौर्य की यह यात्रा हर दिल में जोश जगाए।
उन्होंने कहा कि ना धरम पूछ कर मारा है ना धरम बता कर मारा है आतंकिस्तान के घर में घुसकर आतंकियों को मारा है।
भारती वार्ष्णेय ने सिंदूर के महत्व को बताते हुए कहा कि जैसे त्रेता युग में हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगाया था वैसे ही ऑपरेशन सिंदूर नाम देकर हमारी सेना ने शौर्य का प्रदर्शन किया।