बिहार में नवंबर 2025 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22 अगस्त के बिहार दौरे से ठीक पहले, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक सनसनीखेज बयान दिया है, जिसने पूरे राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है।
तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए आरोप लगाया है कि उनके राजनीतिक जीवन को खत्म करने के लिए पांच लोगों ने मिलकर साजिश रची है।
तेज प्रताप यादव ने अपने पोस्ट में लिखा, “पांच लोगों ने मिलकर मेरी जिंदगी तबाह कर दी है। ये लोग मेरे खुशमिजाज स्वभाव को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे और इसलिए मेरे करियर को खत्म करने की साजिश रची। मुझे लगता है कि इन लोगों ने राजनीतिक दलों से पैसे लिए और मेरी छवि खराब करने का काम किया। मैं कोर्ट जाऊंगा और कानूनी लड़ाई भी लड़ूंगा।”
उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही वे उन पांच परिवारों के नाम सार्वजनिक करेंगे। उनके मुताबिक, ये लोग पहले राजद (RJD) का हिस्सा थे लेकिन कुकर्मों के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिए गए। तेज प्रताप ने दावा किया कि इन लोगों का पटना से दिल्ली तक गिरोह है और ये सोशल मीडिया पर उनकी छवि खराब करने का काम करते हैं।
तेज प्रताप यादव ने यह भी कहा कि आगामी चुनावों में युवाओं के बीच उनके लिए जबरदस्त क्रेज है और इसी वजह से विरोधियों ने उन्हें साजिश का शिकार बनाया है। उनका कहना है कि युवाओं का समर्थन उन्हें एक नई ताकत देता है और विरोधी इस बढ़ते प्रभाव को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।
तेज प्रताप यादव का यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर हैं और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाले हैं। ऐसे में तेज प्रताप के आरोपों ने बिहार की राजनीति को और भी गर्म कर दिया है।
गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं। उन्हें खुद उनके पिता लालू यादव और राजद नेतृत्व ने कई मौकों पर किनारे किया है। ऐसे में उनका यह बयान न केवल आंतरिक सियासी खींचतान को उजागर करता है बल्कि आने वाले चुनावों में उनके अगले कदम को लेकर भी सवाल खड़े करता है।
तेज प्रताप ने स्पष्ट कहा है कि वह इस मामले को अदालत में ले जाएंगे। उनके मुताबिक, यह केवल एक राजनीतिक साजिश नहीं बल्कि उनकी व्यक्तिगत जिंदगी और करियर को तबाह करने की कोशिश है।
तेज प्रताप यादव का यह बयान बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकता है। चुनाव से ठीक पहले उनका आरोप न केवल राजनीतिक दलों में हलचल पैदा करेगा बल्कि युवाओं के बीच उनकी छवि को भी प्रभावित करेगा। अब सबकी नजर इस बात पर है कि तेज प्रताप यादव किन पांच लोगों के नाम उजागर करते हैं और क्या यह चुनावी रणनीति का हिस्सा है या सचमुच उनके खिलाफ कोई बड़ी साजिश रची गई है।