• About us
  • Contact us
Saturday, November 8, 2025
29 °c
New Delhi
24 ° Sun
24 ° Mon
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home अभी-अभी

ट्रंप का एच-1बी वीज़ा झटका और मोदी पर कांग्रेस का हमला

News Desk by News Desk
September 20, 2025
in अभी-अभी, संपादकीय
ट्रंप का एच-1बी वीज़ा झटका और मोदी पर कांग्रेस का हमला
Share on FacebookShare on Twitter

संपादक अमित पांडे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीज़ा शुल्क में भारी बढ़ोतरी करने के फैसले ने भारतीय आईटी उद्योग और लाखों पेशेवरों को गहरी अनिश्चितता में डाल दिया है। शुक्रवार को हस्ताक्षरित राष्ट्रपति आदेश के तहत अब एच-1बी वीज़ा के लिए अमेरिकी कंपनियों को प्रति वर्ष 1,00,000 डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) का शुल्क चुकाना होगा। यह फैसला 21 सितंबर से लागू होने जा रहा है, जिससे भारतीय आईटी पेशेवरों में अफरा-तफरी मच गई है।

भारत में इस कदम की कड़ी आलोचना हुई है और विपक्षी कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा—“मैं दोहराता हूं, भारत के पास एक कमजोर प्रधानमंत्री है।” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इसे मोदी को ट्रंप से मिला “बर्थडे रिटर्न गिफ्ट” करार दिया और कहा कि इस फैसले से सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय आईटी पेशेवरों को होगा क्योंकि 70 प्रतिशत एच-1बी वीज़ा धारक भारतीय हैं।

खड़गे ने आरोप लगाया कि पहले ही अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगाकर भारत को दस क्षेत्रों में लगभग 2.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है, चाबहार बंदरगाह की छूट वापस ले ली गई है और अब यूरोपीय संघ भी भारतीय सामान पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि “भालू जैसी झप्पियां, नारेबाजी और विदेशी धरती पर ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगवाना विदेश नीति नहीं है। असली विदेश नीति राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और संतुलित मित्रता निभाने की कला है।”

कांग्रेस की आधिकारिक हैंडल ने भी मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला और कहा कि यह फैसला उनकी विदेश नीति की सबसे बड़ी विफलता साबित हुआ है। कांग्रेस का आरोप है कि पहले जहां वीज़ा शुल्क लगभग 6 लाख रुपये था, अब यह 88 लाख रुपये वार्षिक हो गया है। इसका सीधा असर भारतीयों के नौकरी के अवसरों, रेमिटेंस पर और आईटी उद्योग में पहले से हो रही छंटनी पर पड़ेगा।

कांग्रेस उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि यह फैसला भारत के सबसे होनहार दिमागों के भविष्य पर चोट है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तुलना देते हुए कहा कि जब अमेरिका में एक भारतीय महिला राजनयिक का अपमान हुआ था, तब सिंह ने कड़ा रुख अपनाया था, लेकिन मोदी रणनीतिक चुप्पी और दिखावटी भव्यता के शौक में देशहित को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने 2017 में ही आगाह कर दिया था कि मोदी-ट्रंप वार्ता में वीज़ा मुद्दा अनदेखा किया जा रहा है। आज उनकी बात सच साबित हुई और भारत फिर एक कमजोर प्रधानमंत्री के साथ फंसा हुआ है।

दूसरी ओर, ट्रंप ने अपने आदेश में कहा कि एच-1बी वीज़ा प्रोग्राम का दुरुपयोग करके अमेरिकी कामगारों की जगह विदेशी कम वेतन वाले कामगारों को रखा गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। वहीं भारतीय आईटी उद्योग संस्था नैसकॉम ने कहा है कि इस फैसले से भारतीय कंपनियों के प्रोजेक्ट्स बाधित होंगे और बिज़नेस कंटीन्यूटी पर असर पड़ेगा।

इस झटके का असर उन भारतीय पेशेवरों और उनके परिवारों पर भी दिखा है जो अमेरिका में वीज़ा पर काम कर रहे हैं। कई कंपनियों ने अपने एच-1बी कर्मचारियों और उनके आश्रितों को तुरंत लौटने की सलाह दी है। सोशल मीडिया पर भारतीय टेकियों के विमान से उतरने की खबरें भी सामने आई हैं। कॉमेडियन वीर दास ने लिखा, “जो भी एच-1बी धारकों की स्थिति से सहानुभूति नहीं रखेगा, वह दिल का पत्थर होगा। बच्चों की पढ़ाई, लोन, घर का खर्च, सब कुछ एक झटके में छिन सकता है।”

यह संकट उस समय आया है जब 283 अरब डॉलर का भारतीय आईटी उद्योग पहले से ही वैश्विक अनिश्चितताओं, टैरिफ-ट्रेड वार्स, भू-राजनीतिक तनाव और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बदलते परिदृश्य से जूझ रहा है। इस बीच अमेरिकी सीनेटर बर्नी मोरेनो ने ‘हायर एक्ट’ पेश किया है, जिसमें अमेरिकी कंपनियों द्वारा विदेशी कर्मचारियों को दी जाने वाली सेवाओं पर 25 प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रावधान है।

कुल मिलाकर, ट्रंप के वीज़ा शुल्क झटके ने भारतीय आईटी उद्योग और लाखों परिवारों के भविष्य पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। वहीं, कांग्रेस ने इसे मोदी की विदेश नीति की नाकामी बताते हुए एक बार फिर प्रधानमंत्री को कमजोर करार दिया है। भारत के लिए यह केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि कूटनीतिक चुनौती भी बन गई है।

Tags: Congress Attack ModiGlobal IT LayoffsH1B Workers CrisisIndian IT Industry NewsIndian Techies USModi Foreign PolicyNASSCOM ReactionRahul Gandhi ModiTrump H1B Visa ShockUS Visa Fee Hike
Previous Post

पश्चिमी चंपारण: मीरा देवी को मिली सिलाई मशीन, गौरव राय और साथियों की पहल से महिलाओं को मिल रहा आत्मनिर्भरता का रास्ता

Next Post

Punjab Big News: CM मान ने घटाए Verka दूध-घी-पनीर के दाम, हर परिवार को मिलेगी राहत

Related Posts

रूस-पाकिस्तान हथियार सौदा : क्या है मोदी सरकार की “व्यक्तिगत कूटनीति” की असफलता?
संपादकीय

रूस-पाकिस्तान हथियार सौदा : क्या है मोदी सरकार की “व्यक्तिगत कूटनीति” की असफलता?

October 5, 2025
Next Post
Punjab Big News: CM मान ने घटाए Verka दूध-घी-पनीर के दाम, हर परिवार को मिलेगी राहत

Punjab Big News: CM मान ने घटाए Verka दूध-घी-पनीर के दाम, हर परिवार को मिलेगी राहत

New Delhi, India
Saturday, November 8, 2025
Sunny
29 ° c
8%
13.3mh
29 c 20 c
Sun
29 c 20 c
Mon

ताजा खबर

लोकतंत्र की कसौटी और चुनाव आयोग की वैश्विक तुलना

लोकतंत्र की कसौटी और चुनाव आयोग की वैश्विक तुलना

November 7, 2025
मान सरकार ने पंजाब को बनाया देश का पहला एंटी-ड्रोन कवरेज राज्य,‘सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस’ बनी सुरक्षा की मिसाल

मान सरकार ने पंजाब को बनाया देश का पहला एंटी-ड्रोन कवरेज राज्य,‘सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस’ बनी सुरक्षा की मिसाल

November 6, 2025
नशे के सौदागरों पर CM मान का वार: अकाली राज में ‘चिट्टा’ नहीं, ‘मजीठिया टीका’ कहा जाता था!

नशे के सौदागरों पर CM मान का वार: अकाली राज में ‘चिट्टा’ नहीं, ‘मजीठिया टीका’ कहा जाता था!

November 6, 2025
सफेद शेरों का शहर बदल रहा है अब अपनी किस्मत ! बिहार चुनाव का मध्य प्रदेश में प्रभाव!

सफेद शेरों का शहर बदल रहा है अब अपनी किस्मत ! बिहार चुनाव का मध्य प्रदेश में प्रभाव!

November 6, 2025
बेंगलुरु में होगा दूसरा फेडरेशन गतका कप: नेशनल गतका एसोसिएशन ने की बड़ी घोषणा, विजेताओं को मिलेगा इंटरनेशनल टिकट

बेंगलुरु में होगा दूसरा फेडरेशन गतका कप: नेशनल गतका एसोसिएशन ने की बड़ी घोषणा, विजेताओं को मिलेगा इंटरनेशनल टिकट

November 6, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved