US Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से वैश्विक व्यापार में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने चीन पर 125 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गया। ये फैसला कुछ ही दिनों पहले चीन पर लगाए गए 104 फीसदी आयात शुल्क के बाद आया है। वहीं, दूसरी तरफ ट्रंप ने भारत समेत दुनिया के 75 देशों को राहत देते हुए अगले 90 दिनों के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ को घटाकर 10 फीसदी करने की घोषणा की है। इस कदम से साफ है कि ट्रंप का निशाना चीन को सबक सिखाना है, जबकि बाकी देशों के साथ व्यापारिक रिश्तों को बेहतर करने की कोशिश की जा रही है।
चीन पर टैरिफ में बढ़ोतरी
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “चीन ने विश्व बाजारों के प्रति सम्मान नहीं दिखाया, इसलिए हम तुरंत प्रभाव से चीन पर टैरिफ को 104% से बढ़ाकर 125% कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “चीन को अब समझ आ जाएगा कि अमेरिका और दूसरे देशों को लूटने का खेल अब नहीं चलेगा।” ये घोषणा 9 अप्रैल 2025 को की गई, जब चीन ने अमेरिकी सामानों पर 84 फीसदी टैरिफ लगाने का जवाब दिया था। ट्रंप का ये कदम दोनों देशों के बीच चल रही ट्रेड वॉर को और गहरा कर सकता है।
भारत समेत 75 देशों को राहत
ट्रंप ने चीन को छोड़कर बाकी दुनिया के लिए नरमी दिखाई है। उन्होंने कहा कि 75 से ज्यादा देशों ने अमेरिकी वाणिज्य विभाग, ट्रेजरी और यूएसटीआर (यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव) से बातचीत शुरू की है। इन देशों के साथ व्यापार, टैरिफ, मुद्रा हेरफेर और गैर-मौद्रिक बाधाओं जैसे मुद्दों पर चर्चा हो रही है। ट्रंप ने घोषणा की, “इन देशों ने मेरे सुझाव पर अमेरिका के खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की, इसलिए मैंने अगले 90 दिनों के लिए 10% का रेसिप्रोकल टैरिफ तय किया है।” भारत के लिए ये राहत अच्छी खबर है, क्योंकि पहले भारत पर 26 फीसदी टैरिफ लगाया गया था, जो अब कम हो गया है।
चीन का जवाब: 84% टैरिफ
अमेरिका के 104 फीसदी टैरिफ के ऐलान के बाद चीन ने भी पलटवार किया था। 9 अप्रैल को चीनी वित्त मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी सामानों पर 84 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा, जो 10 अप्रैल 2025 से लागू होगा। इसके साथ ही चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने 12 अमेरिकी कंपनियों को अपनी एक्सपोर्ट कंट्रोल लिस्ट में डाल दिया। चीन ने इसे अपनी संप्रभुता और व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए जरूरी कदम बताया है। लेकिन ट्रंप ने इसके जवाब में टैरिफ को और बढ़ाकर 125% कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।
क्या होगा असर?
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चीन पर दबाव: 125% टैरिफ से चीनी सामानों की कीमतें अमेरिका में बढ़ेंगी, जिससे वहां के बाजार में उनकी मांग घट सकती है।
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भारत को फायदा: भारत समेत 75 देशों को 90 दिनों की राहत मिलने से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। भारत पहले से ही अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर काम कर रहा है।
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वैश्विक बाजार: इस ट्रेड वॉर से शेयर बाजारों में उछाल और गिरावट का दौर जारी है। ट्रंप के इस ऐलान के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी देखी गई।
तो भाई, ट्रंप का ये नया दांव क्या रंग लाएगा? क्या चीन झुकेगा या ट्रेड वॉर और तेज होगी? अगले 90 दिन बताएंगे कि वैश्विक व्यापार की दिशा क्या होगी।