उत्तरकाशी | 7 अगस्त 2025: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार दोपहर बादल फटने के बाद भयानक तबाही मच गई। तेज बारिश और पहाड़ी सैलाब ने गांव के कई मकानों, होटलों और दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, इस आपदा में कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। सेना, ITBP और NDRF की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
गंगोत्री धाम जा रहे 500 तीर्थयात्रियों से टूटा संपर्क
उत्तरकाशी जिला आपदा कंट्रोल रूम को मंगलवार रात सूचना मिली कि गंगोत्री धाम की यात्रा पर निकले लगभग 500 तीर्थयात्रियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इनमें महाराष्ट्र और कर्नाटक से आए 64 श्रद्धालु भी शामिल हैं। संचार नेटवर्क बाधित होने के कारण उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
टिहरी गढ़वाल के प्रतापनगर से विधायक विक्रम सिंह नेगी ने जानकारी दी कि महाराष्ट्र के 24 तीर्थयात्रियों का कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने बताया कि यह जानकारी उन्हें महाराष्ट्र निवासी उनके मित्र शेखर चौधरी ने दी।
धराली में मलबे का ढेर, ड्रोन और खोजी कुत्तों से चल रहा सर्च ऑपरेशन
धराली गांव में सैलाब के बाद पूरा इलाका मलबे से पट गया है। कई मकान, होटल और दुकानें पूरी तरह बह गए हैं। सर्च ऑपरेशन के लिए सेना और राहत एजेंसियां ड्रोन, खोजी कुत्ते और हेलीकॉप्टर का सहारा ले रही हैं। SDRF, NDRF और ITBP की टीमें पूरे इलाके में रेस्क्यू अभियान चला रही हैं।
अब तक 13 लोगों का सफल रेस्क्यू, 2 शव बरामद
रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत 13 लोगों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला गया है, जिसमें सेना के 11 घायल जवान और 2 स्थानीय लोग शामिल हैं। इसके अलावा अब तक 2 मृतकों के शव भी बरामद किए जा चुके हैं। इनमें से एक की पहचान हो चुकी है।
स्थिति अब भी चिंताजनक, मौसम बना हुआ चुनौती
क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में लगातार दिक्कतें आ रही हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए और अधिक बारिश की चेतावनी दी है, जिससे राहत कार्य प्रभावित हो सकता है। संचार व्यवस्था ठप होने के कारण प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों से संपर्क साधने में परेशानी हो रही है।
प्रशासन की अपील: घबराएं नहीं, रेस्क्यू जारी
जिला प्रशासन और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों से अफवाहों से बचने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही संचार नेटवर्क बहाल होगा, लापता तीर्थयात्रियों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जाएगी।