नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (कड़वा सत्य) दिल्ली महिला आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कई सड़कों और बस स्टॉपों पर ‘स्ट्रीटलाइट’ गायब होने की सूचना पर शनिवार को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को नोटिस जारी किया।
डीसीडब्ल्यू की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मामले में एक रिपोर्ट मांगी गयी है और बस स्टॉप और सड़कों के अंधेरे स्थान होने का कारण पूछा है।
आयोग ने इन बस स्टॉपों और सड़कों पर अंधेरे स्थानों के संबंध में एक जनवरी, 2022 से प्राप्त शिकायतों और प्रत्येक शिकायत पर की गई कार्रवाई का विवरण भी मांगा।
डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सदस्य वंदना सिंह के साथ 15 दिसंबर की शाम को पूर्वी दिल्ली में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा चिंताओं का आकलन करने के लिए कुछ बस स्टॉप का निरीक्षण किया।
शाम पौने सात बजे रमेश पार्क बस स्टॉप के दौरे के दौरान आयोग यह देखकर हैरान रह गया कि वहां कोई रोशनी नहीं थी। इसके अलावा सड़क के उस हिस्से पर स्ट्रीट लाइटें काम नहीं कर रही थीं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसके अलावा, उन्होंने रमेश पार्क बस स्टॉप से ललिता पार्क तक पुश्ता रोड का निरीक्षण किया, जहां बिल्कुल अंधेरा था क्योंकि कोई भी स्ट्रीट लाइट काम नहीं कर रही थी।
बयान में कहा गया,“यह देखा गया कि कई खंभों पर स्ट्रीटलाइट भी नहीं थी, जिससे सड़क पर अंधेरा हो गया। ललिता पार्क बस स्टॉप पर भी अंधेरा था। जब आयोग ने वहां महिलाओं से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि सड़क का पूरा हिस्सा और बस स्टॉप कई महीनों से अंधेरा पड़ा हुआ है, जो उनके लिए बेहद असुरक्षित है।”
सुश्री मालीवाल ने कहा,“निर्भया की भयावह घटना के 12 साल बाद भी, दिल्ली महिलाओं और लड़कियों के लिए असुरक्षित बनी हुई है। जिन बस स्टॉपों का मैंने निरीक्षण किया वे अक्षरधाम के बिल्कुल पास थे। यदि ऐसे केंद्रीय क्षेत्र में भी अंधेरा है, तो कोई केवल कल्पना ही कर सकता है कि बाहरी क्षेत्रों में क्या हो रहा होगा।”
सुश्री मालीवाल ने कहा, “मैंने पीडब्ल्यूडी को नोटिस जारी कर दिया है.’ हम मामले पर सख्त कार्रवाई करेंगे.’ सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बस स्टॉप और सड़कों को महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षित बनाया जाए।”
सैनी.संजय