नयी दिल्ली, 11 मई (कड़वा सत्य) कृषि उपकरण निर्माता कंपनी और ट्रैक्टर निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने ड्रोन दीदी योजना के तहत दो पायलट परीक्षण करने के लिए कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के साथ एक समझौता किया है।
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि इस साल के आरंभ में शुरू की गई इस योजना का लक्ष्य 15,000 महिलाओं को उर्वरक बुआई, फसल निगरानी और बीज बुआई जैसे कृषि उद्देश्यों के लिए ड्रोन संचालन के लिए प्रशिक्षित करना है, जिससे नई प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में कौशल प्रदान करके महिलाओं के लिए आजीविका के नए अवसर पैदा हो सके।
इस साझेदारी के तहत, महिंद्रा और एमएसडीई हैदराबाद और नोएडा में राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई) में 500 महिलाओं को कौशल प्रदान करने के लिए दो पायलट कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसमें केवल 20 महिलाओं वाले विशेष बैच होंगे। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा अनुमोदित 15-दिवसीय पाठ्यक्रम इन केंद्रों पर आरपीटीओ (रिमोट पायलट प्रशिक्षण संगठन) प्रशिक्षकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
महिंद्रा ग्रुप के ग्रुप सीईओ और एमडी डॉ. अनीश शाह ने कहा, “हमारे इस उदयोन्मुखी दर्शन के अनुरूप, महिंद्रा ग्रुप महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्हें वर्कफोर्स में शामिल होने और आर्थिक स्वतंत्रता हासिल करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान किया जाएगा। ड्रोन दीदी योजना के तहत अपनी तरह का पहला पायलट कार्यक्रम कृषि और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में महिलाओं को अपनाने के लिए उनका प्रतिनिधित्व करता है। हम जमीनी स्तर पर महिलाओं को प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण प्रदान करने और यह सुनिश्चित करते हुए बेहद प्रसन्न हैं कि भविष्य के लिए एग्रीकल्चर सेक्टर पूरी तरह से तैयार है।”
एमएसडीई के सचिव अतुल कुमार तिवारी कहते हैं, “हम व्यापक प्रशिक्षण के लिए उनकी कृषि विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा करते हुए उत्साहित हैं। कृषि में ग् ीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लक्ष्य के साथ हैदराबाद और नोएडा में दो एनएसटीआई को पायलट कार्यक्रम के लिए चुना गया है। राष्ट्र निर्माण के लिए महिलाओं को कुशल बनाने का हमारा यह मिशन, विशेष रूप से उभरते व्यवसायों में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ड्रोन दीदी कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के माध्यम से यह सहयोग आगे भी बरकरार रहेगा। मेरा दृढ़ विश्वास है कि महिंद्रा के साथ यह सहयोग हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा, महिलाओं को राष्ट्र-निर्माण में योगदान देने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करेगा। प्रौद्योगिकी उद्योग के अग्रणी भागीदारों के साथ हमारा पिछला सहयोग करार भी सफल रहा है। इस आधार पर, यह पहल महिंद्रा के साथ कई सहयोगी परियोजनाओं की शुरुआत का प्रतिनिधित्व करती है। अपने चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में सार्थक योगदान देने के लिए कठोर प्रशिक्षण पद्धतियों और व्यावहारिक ज्ञान सीखने के अनुभवों के माध्यम से, हम अपने स्टूडेंट्स को आवश्यक व्यावहारिक कौशल और दक्षताओं से लैस करेंगे।”
इस साझेदारी के तहत, प्रशिक्षण केन्द्रों पर एनएसटीआई प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के लिए बुनियादी ढांचा, प्रतिभागियों के लिए छात्रावास सुविधा प्रदान करेगा और भागीदारी बढ़ाने के लिए स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूहों और गैर सरकारी संगठनों से संपर्क करेगा। महिंद्रा समूह सिमुलेशन मशीनरी/ड्रोन, सिम्युलेटर नियंत्रक, सिम्युलेटर सॉफ्टवेयर, आई5 प्रोसेसर और प्रशिक्षकों के साथ डेस्कटॉप कंप्यूटर के माध्यम से प्रारंभिक सेट-अप सहायता प्रदान करेगा, और डीजीसीए लाइसेंस धारक प्रशिक्षकों की लागत सहित पायलट परियोजना की अवधि के लिए परिचालन लागत को पूरा करेगा।
पायलट प्रोजेक्ट से मिली सीख और परिणाम देश भर में चिन्हित एनएसटीआई/आईटीआई में ड्रोन दीदी योजना को आगे बढ़ाने में एमएसडीई की सहायता करेंगे। ड्रोन दीदी योजना के इरादे को आगे बढ़ाने के लिए, महिंद्रा जल्द ही जहीराबाद, तेलंगाना और नागपुर, महाराष्ट्र में कंपनी के कौशल केंद्रों में महिलाओं के लिए ड्रोन प्रशिक्षण शुरू करेगी।
शेखर
कड़वा सत्य