मॉस्को 12 जनवरी (कड़वा सत्य) रूस ने यमन पर अमेरिका और ब्रिटेन के हमले को क्षेत्र में तनाव के नाम पर अंतरराष्ट्रीय कानून की अवहेलना और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को तोड़ने -मरोड़ने का एक और उदाहरण बताया है।
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने शुक्रवार को अपने बयान में यह बात कही।
सुश्री ज़खारोवा ने टेलीग्राम पर लिखा, “ यमन पर अमेरिकी हवाई हमले एंग्लो-सैक्सन द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को विकृत करने और अपने विनाशकारी उद्देश्यों के लिए क्षेत्र में तनाव बढ़ने के नाम पर अंतरराष्ट्रीय कानून की पूर्ण अवहेलना का एक और उदाहरण है।”
प्रांतीय सरकार के अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका और ब्रिटेन ने राजधानी सना सहित चार प्रशासनिक अल हुदायदाह, सादा और ताइज़ शहरों में हाउती विद्रोहियों के ठिकानों पर रात भर हवाई हमले किए।
वहीं अमेरिका और ब्रिटेन के अधिकारियों ने हवाई हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि वे लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर हमलों के जवाब में यमन में हाउती सैन्य सुविधाओं और ठिकानों को निशाना बना रहे थे, न कि नागरिक आबादी केंद्रों को।
सोनिया डेस्क
/ स्पूतनिक