रांची,08 जुलाई (कड़वा सत्य)झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नीत गठबंधन सरकार ने सोमवार को विधानसभा से विपक्षी सदस्यों के बहिर्गमन के बीच विश्वास मत हासिल कर लिया।
झारखंड विधानसभा के मनोनीत सदस्य ग्लेन जोसेफ गॉलस्टेन सहित कुल 45 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। जबकि बीजेपी और आजसू पार्टी के सभी विधायक वोटिंग के लिए गिनती शुरू होते ही सदन से बाहर चले गए।
क्षइससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायकों में खींचतान है। यही कारण है कि अलग-अलग कारणों से तीसरी बार विश्वास मत हासिल करने का प्रस्ताव आज आया है। उन्होंने कहा कि पांच साल भ्रष्टाचार का नया रिकॉर्ड बना। उन्होंने कहा कि अगली बार इंडिया अलायंस की सरकार नहीं बनेगी। श्री बाउरी आरोप लगाया कि झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार ने पिछले पांच साल में एक भी वादा पूरा नहीं किया है।
बहस में हिस्सा लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड को राजनीतिक प्रयोगशाला बना दिया गया। गठबंधन की ओर से उन्हें सरकार बनाने का मिला। पांच महीने में तीन महीने लोकसभा चुनाव में चले गए। 24 साल में झारखंड के आदिवासी मूलवासियों का समुचित विकास नहीं हो सका।
कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि झारखंड बनने के बाद राज्य में किस पार्टी ने सबसे अधिक समय तक राज किया, ये सभी को पता है। बीजेपी ने देश में दो करोड़ रोजगार का वादा कर लोगों को धोखा दिया। देश के किसानों ने तेरह महीने तक आंदोलन किया।
जारी कड़वा सत्य