यरुशेलम 14 अप्रैल (कड़वा सत्य) वर्षों से छद्म युद्ध में जुटे ईरान और इजरायल के बीच की तल्खी आखिरकार खुल कर सामने आ गयी है तथा ईरान ने सीरिया स्थित अपने वाणिज्य दूतावास पर इजरायल के हमले के बाद बदले की कार्रवाई के तहत उस पर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है।
इजरायली सेना ने कहा कि इजरायल और अन्य देशों ने 300 से अधिक क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों को रोका है, जिनमें से ज्यादातर इजरायली हवाई क्षेत्र के बाहर हैं। इजरायल ने कहा कि बहुत कम नुकसान हुआ है, लेकिन लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “हमने इजरायल को लगभग सभी मिसाइलों और ड्रोनों को गिराने में मदद की। ईरान और यमन, सीरिया एवं इराक से उसके प्रतिनिधियों ने इजरायल में सैन्य सुविधाओं के खिलाफ एक अभूतपूर्व हवाई हमला किया।”
ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा कि हमला ‘विशिष्ट लक्ष्यों’ को निशाना बनाकर किया गया था।
ईरान ने एक अप्रैल को सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर हमले का बदला लेने की कसम खायी थी, जिसमें एक शीर्ष कमांडर सहित सात आईआरजीसी अधिकारी मारे गए थे। ईरान ने इजरायल पर उस हमले को अंजाम देने का आरोप लगाया था, लेकिन इजरायल ने न तो इसकी पुष्टि की और न ही इसका खंडन किया था।
ईरान के हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रण लिया है कि ‘हम मिलकर जीतेंगे’ लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इजरायल की प्रतिक्रिया क्या होगी।
श्री बिडेन ने कहा कि उन्होंने ‘इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता’ की पुष्टि की है।
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि कुछ ईरानी मिसाइलें इजरायल के अंदर गिरीं, जिससे सैन्य अड्डे को मामूली क्षति हुई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
इजरायल की एम्बुलेंस सेवा ने बताया कि दक्षिणी अराद क्षेत्र में मलबे में से नुकीली चीजों से चोटिल होने से सात वर्षीय बेडौइन लड़की घायल हो गयी है।
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जारी कड़वा सत्य