नयी दिल्ली, 09 सितंबर (कड़वा सत्य) एमवे ने 40 लाख डॉलर के निवेश के साथ आज औपचारिक रूप से भारत भर में अपनी चार अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) प्रयोगशालाओं की शुरुआत की।
यह दुनिया भर में एमवे के चार अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) केंद्रों में से एक है और इसमें पोषण विज्ञान पर अत्यधिक ध्यान दिया गया है।
एमवे की गुरुग् , चेन्नई, बेंगलुरु और डिंडीगुल स्थित चार अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास प्रयोगशालायें 24,700 वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र पर फैली हुई हैं। ये प्रयोगशालायें वैज्ञानिक खोज और उत्पाद विकास का शक्तिशाली केंद्र बनाती हैं।
एमवे इंडिया के प्रबंध निदेशक राजनीश चोपड़ा ने इस निवेश के बारे में कहा, “ भारत में पोषण और स्वास्थ्य के प्रति परिवर्तनकारी दृष्टिकोण की आवश्यकता है, क्योंकि यहां का स्वास्थ्य परिदृश्य पोषण, जीवनशैली और पेट के स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रहा है। यह निवेश एमवे इंडिया की उत्पाद विकास क्षमताओं को बढ़ाता है।”
एमवे के भारत और दक्षिण पूर्व एशिया बाजारों के नवाचार और विज्ञान निदेशक डॉ. श्याम कृष्णन ने कहा, “ दुनिया भर में स्वास्थ्य, कल्याण और पोषण के बारे में बढ़ती जागरूकता के जवाब में अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास प्रयोगशालाओं में किया गया यह निवेश वैश्विक बाजारों में उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिये अच्छी तरह से तैयार है। ”
ये सभी प्रयोगशालायें पोषण और त्वचा के स्वास्थ्य के लिये पौधों से मिलने वाले अच्छी गुणवत्ता के उत्पादों का उपयोग करके खाद्य, गोलियों के रूप में दवाइयों (प्रोटीन आदि ओरल सॉलिड), सौंदर्य और व्यक्तिगत देखभाल जैसे उत्पादों के निर्माण और परीक्षण पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
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कड़वा सत्य