इस्लामाबाद, 10 मार्च (कड़वा सत्य) श्री आसिफ अली जरदारी ने रविवार को पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।
पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा ने श्री जरदारी (68)को यहां प्रेसिडेंशियल पैलेस ऐवान-ए-सद्र में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।
इस दौरान निवर्तमान राष्ट्रपति आरिफ अल्वी, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, सशस्त्र बलों के प्रमुख, राजनेता और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।चारों प्रांतों के गवर्नर, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश समेत कई देशों के राजनयिक भी शपथ समारोह में शामिल हुए।
श्री जरदारी शनिवार को पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति चुने गए। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान तनवनिर्वाचित राष्ट्र प्रमुख कोहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के खिलाफ 411 इलेक्टोरल वोट हासिल करके शीर्ष पद हासिल किया। एसआईसी उम्मीदवार महमूद खान अचकजई को 181 वोट मिले।श्री जरदारी पीपीपी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के साझा उम्मीदवार थे।
ऐतिहासिक दूसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित होने वाले श्री जरदारी की जीत तब हुई जब उन्हें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) सहित दूसरे सहयोगी दलों का समर्थन हासिल हुआ।
राष्ट्रपति चुनाव में संसद के दोनों सदनों में 398 में से 381 सांसदों ने मतदान किया।
इस बीच, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ), जमात-ए-इस्लामी (जेआई), पीटीआई और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) से जुड़े 17 सांसदों ने अलग-अलग कारणों से राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। इसके अलावा पीटीआई के शिबली फ़राज़, इजाज चौधरी और आजम स्वाति ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
एक ओर जहां सहयोगी दिग्गज राजनेता को शीर्ष पद हासिल करने पर बधाई दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पीटीआई ने इस घटनाक्रम को लोकतंत्र के लिए एक “बुरा शगुन” करार दिया है।
इससे पहले श्री जरदारी वर्ष 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत थे और अगस्त 2018 से पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य हैं।वह दूसरी बार राष्ट्रपति बनने वाले पहले पाकिस्तानी नेता हैं। हालांकि, सर्वश्री इस्कंदर मिर्जा और परवेज मुशर्रफ दो-दो बार और श्री अयूब खान तीन बार राष्ट्रपति रह चुके हैं लेकिन ये सभी सैन्य तानाशाह थे।
व्यवसायी से राजनेता बने श्री जरदारी पाकिस्तान की दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति हैं।
श्री जरदारी को सीनेट और नेशनल असेंबली सहित संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में 255 वोट मिले। उन्हें पूर्वी पंजाब प्रांत से 43 वोट, उत्तर-पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से आठ, दक्षिण-पश्चिम बलूचिस्तान प्रांत से 47 वोट और दक्षिणी सिंध प्रांत से 58 वोट मिले।
सैनी,आशा
/डेस्क