नयी दिल्ली, 15 जनवरी (कड़वा सत्य) भारत में पिछले नौ वर्ष में गरीबी दूर करने के प्रयासों में बड़ी कामयाबी हासिल हुई और इस काल-खंड में देश 24.82 करोड़ लोगों को ‘बहुआयामी गरीबी’ से बाहर निकालने में सफल हुआ है।
नीति आयोग की एक विज्ञप्ति में एक परिचर्चा पत्र के इस निष्कर्ष का ब्योरा देते हुये सोमवार को कहा गया है कि 2013-14 से 2022-23 के दौरान आबादी में गरीबों का अनुपात तेजी से घट कर 29.17 प्रतिशत की जगह 11.28 प्रतिशत पर आ गया। यह काल-खंड प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार है और इस दौरान देश ने कारोबार में आसानी लाने के मामले में उल्लेखनीय प्रगति की है और विश्व बैंक के ‘ईज आफ डूइंग बिजनेस’ सूचकांक में ऊंची छलांग लगायी है। इसी अवधि में अर्थव्यवस्था को नोटबंदी और अभूतपूर्व वैश्विक कोविड19 महामारी का भी सामना करना पड़ा है।