मुंबई 30 सितंबर (कड़वा सत्य) चीन के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा के बीच ऊंचे भाव पर हुई मुनाफावसूली के दबाव में आज शेयर बाजार दो महीने की सबसे बड़ी गिरावट लेकर बंद हुआ।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स दो महीने की सबसे बड़ी एकदिनी 1272.07 अंक अर्थात 1.49 प्रतिशत की गिरावट लेकर 85 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 84,299.78 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 368.10 अंक यानी 1.41 प्रतिशत का गोता लगाकर 25,810.85 अंक पर रहा। हालांकि दिग्गज कंपनियों में बिकवाली के विपरीत बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में मिलाजुला रुख रहा। इससे मिडकैप 0.28 प्रतिशत टूटकर 49,351.91 अंक रह गया जबकि स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत की बढ़त लेकर 57,130.93 अंक हो गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4193 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2223 में बिकवाली जबकि 1819 में लिवाली हुई वहीं 151 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 41 कंपनियां लाल जबकि अन्य नौ हरे निशान पर रही।
विश्लेषकों के अनुसार, निकट भविष्य में बाजार में मजबूती आने की संभावना है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक चीन के शेयरों का बेहतर प्रदर्शन है, जो सितंबर में हैंगसेंग इंडेक्स में लगभग 18 प्रतिशत की भारी उछाल में दिखता है। यह उछाल चीनी अधिकारियों द्वारा घोषित मौद्रिक और राजकोषीय प्रोत्साहन के जवाब में चीनी अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार की उम्मीदों से प्रेरित है।
बीएसई में कमोडिटीज और धातु शेयरों की 1.06 प्रतिशत की तेजी को छोड़कर अन्य 18 समूहों में मुनाफावसूली हुई। इससे सीडी 1.17, ऊर्जा 0.76, एफएमसीजी 0.76, वित्तीय सेवाएं 1.40, हेल्थकेयर 0.45, इंडस्ट्रियल्स 0.57, आईटी 0.99, दूरसंचार 1.19, यूटिलिटीज 0.24, ऑटो 1.91, बैंकिंग 1.82, कैपिटल गुड्स 0.81, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.42, तेल एवं गैस 0.19, पावर 0.54, रियल्टी 1.80, टेक 1.11 और सर्विसेज समूह के शेयर 1.22 प्रतिशत लुढ़क गए।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.43, जर्मनी का डैक्स 0.43 और जापान का निक्केई 4.80 प्रतिशत गिर गया जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 2.43 और चीन के शंघाई कंपोजिट ने 8.06 प्रतिशत की छलांग लगाई।
जारी (कड़वा सत्य)