नयी दिल्ली, 28 जून (कड़वा सत्य) लेबनान के हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच बढ़ते युद्ध के मद्देनजर और कई देशों द्वारा लेबनान की यात्रा के खिलाफ सलाह जारी करने के बीच, भारतीय दूतावास ने वहां भारतीय नागरिकों से सावधानी बरतने और बेरूत में दूतावास के साथ संपर्क में रहने के लिए कहा है।
एडवाइजरी में कहा गया है कि लेबनान में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर, वहां रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने और बेरूत में भारत के दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है।
इससे पहले जर्मनी, नीदरलैंड, आयरलैंड, जॉर्डन और कनाडा लेबनान की यात्रा के खिलाफ सलाह जारी कर चुकी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “भारतीय दूतावास ने यात्रा प र्श जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि लगभग 2,000-3,000 भारतीय पेशेवर वहां रहते हैं और काम करते हैं। यह कोई यात्रा प र्श नहीं है, यह केवल उन्हें दूतावास के साथ संपर्क में रखने के लिए है। यह एक उभरती हुई स्थिति है और पूर्ण सावधानी बरतने के लिए जारी की गई है।”
इजरायल ने कहा है कि वह लेबनान में युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन अपने पड़ोसी देश को पाषाण युग में वापस भेज सकता है।
इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने बुधवार को कहा, “हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन हम हर स्थिति के लिए तैयारी कर रहे हैं। हिज़्बुल्लाह अच्छी तरह से समझता है कि अगर युद्ध शुरू होता है तो हम लेबनान में बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं।”
केन्या की स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि केन्या के नैरोबी में हुई हिंसा में अब तक किसी भारतीय को नुकसान नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि हमने भारतीयों से सावधान रहने के लिए कहा है। प्रवक्ता ने कहा कि स्थिति में सुधार हो रहा है, और चीजें अब ठीक हो रही हैं।
उल्लेखनीय है कि 25 जून को, नैरोबी में भारतीय उच्चायोग ने केन्या में सभी भारतीयों को विरोध प्रदर्शन और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों से बचने के लिए कहा। पांच लोगों की गोली लगने की खबरों के बीच नैरोबी में पुलिस ने एक विवादास्पद वित्त विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए नैरोबी में प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं।
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कड़वा सत्य