• Newsletter
  • About us
  • Contact us
Wednesday, May 21, 2025
33 °c
New Delhi
39 ° Thu
41 ° Fri
Kadwa Satya
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
Kadwa Satya
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
  • जीवन मंत्र
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
  • स्पेशल स्टोरी
Home राजनीति

एमयूडीए मामलाः कर्नाटक उच्च न्यायालय ने सिद्दारमैया के खिलाफ जांच के राज्यपाल के फैसले को रखा बरकरार

News Desk by News Desk
September 24, 2024
in राजनीति
0 0
एमयूडीए मामलाः कर्नाटक उच्च न्यायालय ने सिद्दारमैया के खिलाफ जांच के राज्यपाल के फैसले को रखा बरकरार
Share on FacebookShare on Twitter

बेंगलुरु, 24 सितंबर (कड़वा सत्य ) कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के खिलाफ मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) की 14 साइटों के आवंटन में कथित अनियमितताओं की जांच की मंजूरी देने के फैसले को बरकरार रखा।
न्यायालय ने श्री सिद्दारमैया की वह याचिका खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने राज्यपाल थावरचंद गहलोत के उनकी (श्री सिद्दारमैया की) पत्नी को एमयूडीए की 14 साइटों के आवंटन में कथित अनियमितताओं की जांच की मंजूरी देने के फैसले को चुनौती दी थी।
न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने कहा कि इस मामले में राज्यपाल के फैसले में कोई दोष नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने ‘विचार-विमर्श’ के बाद अपने विवेक का इस्तेमाल करके आदेश पारित किया था। न्यायालय ने कहा कि शिकायतकर्ताओं द्वारा शिकायत दर्ज कराना और राज्यपाल से मंजूरी मांगना उचित था और इस संदर्भ में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत मंजूरी अनिवार्य है।
इस बीच, श्री सिद्दारमैया ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाने का फैसला किया है।
न्यायमूर्ति नागप्रसन्ना ने स्पष्ट किया कि धारा 17ए में कहा गया है कि किसी पुलिस अधिकारी को अधिनियम के तहत दंडनीय अपराधों के लिए किसी लोक सेवक के खिलाफ धारा 200 या 203 के तहत दर्ज निजी शिकायत के लिए अनुमोदन लेने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह की स्वीकृति लेना शिकायतकर्ता का कर्तव्य है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्यपाल आमतौर पर संविधान के अनुच्छेद 163 में उल्लिखित प्रावधानों के तहत मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह पर कार्य करते हैं, लेकिन वे असाधारण परिस्थितियों में स्वतंत्र निर्णय ले सकते हैं। न्यायमूर्ति नागप्रसन्ना ने कहा, “वर्तमान मामला ऐसे अपवाद का उदाहरण है।” न्यायाधीश ने कहा कि राज्यपाल द्वारा स्वतंत्र विवेक का प्रयोग करने में कुछ भी गलत नहीं है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्णय के कारणों को फैसला लेने वाले प्राधिकारी की फाइल में दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “राज्यपाल के आदेश में विवेक की कमी नहीं थी, बल्कि, यह विवेक के भरपूर उपयोग को दर्शाता है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि धारा 17ए के तहत मंजूरी से पहले सुनवाई का अवसर देना अनिवार्य नहीं है। उन्होंने कहा, “यह प्राधिकारी के विवेक पर निर्भर करता है।” यह निर्णय जांच को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करता है, राज्यपाल की मंजूरी की पुष्टि करता है और पूरी तरह से कानूनी जांच को सक्षम बनाता है।
श्री गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन के दौरान 2021 में किए गए भूमि आवंटन से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोपों की ‘तटस्थ, वस्तुनिष्ठ और गैर-पक्षपातपूर्ण जांच’ की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री सिद्दारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी।
यह मामला बेंगलुरु के टीजे अब्राहम और मैसूरु की स्नेहमयी कृष्णा की शिकायतों के आधार पर शुरू किया गया था। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि श्री सिद्दारमैया उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं।
श्री सिद्दारमैया की याचिका खारिज होने को लेकर राज्य में राजनीति शुरू हो गयी है। यह फैसला जहां श्री सिद्दारमैया की राजनीतिक विश्वसनीयता और कांग्रेस पार्टी में उनकी स्थिति को कमज़ोर कर सकता हैा। वहीं, विपक्षी दलों, विशेष रूप से भाजपा ने उपचुनावों के नज़दीक आने के मद्देनजर स्थिति का फ़ायदा उठाते हुए उनकी नैतिकता पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
संतोष,  
कड़वा सत्य

Tags: : सिद्दारमैयाagainstcaseGovernorHigh CourtinvestigationKarnatakaMUDASiddaramaiahupheldverdictउच्च न्यायालयएमयूडीएकर्नाटकखिलाफजांचफैसलेमामलारखा बरकरारराज्यपाल
Previous Post

ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की श्रृंखला में न्यूजीलैंड का किया सूपड़ा साफ

Next Post

हरिमोहन सिंह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्पोर्ट्स में इंडिया के लिए गोल्ड मेडल जीत चुके हैं

Related Posts

Karnataka News: 5 साल की मासूम का अपहरण और हत्या, आरोपी का चौंकाने वाला एनकाउंटर – पुलिस की सख्ती से कांप उठा इलाका!
देश

Karnataka News: 5 साल की मासूम का अपहरण और हत्या, आरोपी का चौंकाने वाला एनकाउंटर – पुलिस की सख्ती से कांप उठा इलाका!

April 14, 2025
सुप्रीम कोर्ट ने सीएलएटी-2025 नतीजे संबंधी सभी लंबित मामले दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया
देश

सुप्रीम कोर्ट ने सीएलएटी-2025 नतीजे संबंधी सभी लंबित मामले दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया

February 6, 2025
उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेल का नौवां दिन, कर्नाटक पदक तालिका में शीर्ष पर
खेल

उत्तराखंड में चल रहे 38वें राष्ट्रीय खेल का नौवां दिन, कर्नाटक पदक तालिका में शीर्ष पर

February 6, 2025
सुरक्षा एजेंसी घुसपैठ पर अंकुश लगा कर आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें: शाह
देश

सुरक्षा एजेंसी घुसपैठ पर अंकुश लगा कर आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें: शाह

February 5, 2025
ट्रंप के कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ को टालने के फैसले से उछला बाजार
व्यापार

ट्रंप के कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ को टालने के फैसले से उछला बाजार

February 4, 2025
कुर्स्क क्षेत्र में कार्रवाई के दौरान रूसी उप गवर्नर की मौत
विदेश

कुर्स्क क्षेत्र में कार्रवाई के दौरान रूसी उप गवर्नर की मौत

February 3, 2025
Next Post
हरिमोहन सिंह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्पोर्ट्स में इंडिया के लिए गोल्ड मेडल जीत चुके हैं

हरिमोहन सिंह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्पोर्ट्स में इंडिया के लिए गोल्ड मेडल जीत चुके हैं

New Delhi, India
Wednesday, May 21, 2025
Mist
33 ° c
53%
7.2mh
45 c 33 c
Thu
45 c 37 c
Fri

ताजा खबर

भारत-पाकिस्तान संबंधों में अमेरिका और ब्रिटेन की भूमिका

भारत-पाकिस्तान संबंधों में अमेरिका और ब्रिटेन की भूमिका

May 20, 2025
CM Review Meeting Bihar: CM नीतीश का बड़ा एक्शन! बाढ़-सुखाड़ से पहले अधिकारियों को सख्त अल्टीमेटम, जून तक पूरी तैयारी के आदेश!

CM Review Meeting Bihar: CM नीतीश का बड़ा एक्शन! बाढ़-सुखाड़ से पहले अधिकारियों को सख्त अल्टीमेटम, जून तक पूरी तैयारी के आदेश!

May 20, 2025
बिहार शहरी योजना 2025: बिहार में शहरी विकास की बड़ी छलांग! नीतीश कुमार ने 1002 करोड़ की 1327 योजनाओं का किया शिलान्यास

बिहार शहरी योजना 2025: बिहार में शहरी विकास की बड़ी छलांग! नीतीश कुमार ने 1002 करोड़ की 1327 योजनाओं का किया शिलान्यास

May 20, 2025
Bihar Mahila Samvad Yojana: बिहार में महिला सशक्तिकरण की लहर! हर प्रखंड में गूंज रही ‘महिला संवाद’ की आवाज, लाखों महिलाएं हो रहीं लाभान्वित

Bihar Mahila Samvad Yojana: बिहार में महिला सशक्तिकरण की लहर! हर प्रखंड में गूंज रही ‘महिला संवाद’ की आवाज, लाखों महिलाएं हो रहीं लाभान्वित

May 20, 2025
Bihar Film Policy: बिहार बना ‘नया बॉलीवुड’! 14 फिल्मों की शूटिंग, 4 करोड़ का अनुदान और पहली बार फिल्म फेस्टिवल का धमाका

Bihar Film Policy: बिहार बना ‘नया बॉलीवुड’! 14 फिल्मों की शूटिंग, 4 करोड़ का अनुदान और पहली बार फिल्म फेस्टिवल का धमाका

May 20, 2025

Categories

  • अपराध
  • अभी-अभी
  • करियर – शिक्षा
  • खेल
  • गीत संगीत
  • जीवन मंत्र
  • टेक्नोलॉजी
  • देश
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • रोजगार
  • विदेश
  • व्यापार
  • व्रत त्योहार
  • शिक्षा
  • संपादकीय
  • स्वास्थ्य
  • Newsletter
  • About us
  • Contact us

@ 2025 All Rights Reserved

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • खेल
  • अपराध
  • करियर – शिक्षा
    • टेक्नोलॉजी
    • रोजगार
    • शिक्षा
  • जीवन मंत्र
    • व्रत त्योहार
  • स्वास्थ्य
  • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • गीत संगीत
    • भोजपुरी
  • स्पेशल स्टोरी

@ 2025 All Rights Reserved